बाबू गुलाबराय वाक्य
उच्चारण: [ baabu gaulaaberaay ]
उदाहरण वाक्य
- निबंध लेखन को ऊंचाई दी बाबू गुलाबराय ने
- बाबू गुलाबराय । सूर्यकांत त्रिपाठी निराला ।
- जायसी के महत्त्व के सम्बन्ध में बाबू गुलाबराय लिखते है:-
- बाबू गुलाबराय के अनुसार महाकाव्य के शास्रीय लक्षण निम्न प्रकार हैं-
- जायसी के महत्व के सम्बन्ध में बाबू गुलाबराय लिखते है-
- मेरे मानसिक उपादान (गूगल पुस्तक ; बाबू गुलाबराय के निबन्धों का संकलन)
- बाबू गुलाबराय ने निबन्ध को इस प्रकार से परिभाषित किया है-
- उत्तर: हम बाबू गुलाबराय आदि के साथ एक गोष्ठी चलाते थे।
- 1888-बाबू गुलाबराय-भारत के प्रसिद्ध साहित्यकार, निबन्धकार और व्यंग्यकार।
- बाबू गुलाबराय ने निबन्ध को इस प्रकार से परिभाषित किया है-
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